Animation Course Kaise Sikhe in Hindi

 इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि Animation Course Kaise Sikhe in Hindi

इस टेक्नोलॉजी वाली दुनिया में लगभग हर कोई smartphone यूजर है और इन्टरनेट से जुड़े है |

दोस्तों आपने अपनी टीवी पर या अन्य वीडियो में कुछ चीजों के जैसे कार्टून या

किसी सामान के एनीमेशन को देखा होगा तो ये सभी एनीमेशन का कमाल है |

इससे पहले हम ये जाने कि एनीमेशन कोर्स कैसे सीखे? आइये जानते है कि एनीमेशन क्या है ?

Animation Course Kaise Sikhe

आज के इस टेक्नोलॉजी से भरी दुनिया में लोग हरेक टेक्नोलॉजी फील्ड को जान रहे है और

समझने की कोशिश कर रहे है | शायद  बहुत कम लोग होंगे जो एनीमेशन के बारे में न

जानते हो कि Animation Course Kaise Sikhe in Hindi ,  Animation क्या है what is animation in Hindi

Animation क्या है और कैसे बनाये?

Animation को आप इस तरह से समझ सकते है कि यह एक कंप्यूटर ग्राफ़िक्स सॉफ्टवेर कोर्स है

जिसके मदद से किसी चीज़ को उर्जा या इसे आप किसी चीज़ में एनर्जी देना और इमोशन

या भावना देना होता है | इसे आप दुसरे शब्दों में ऐसे समझ सकते है कि एनीमेशन एक

डिजाइनिंग प्रक्रिया है जिसमे किसी इमेज को मनिपुलाते करते है और उसमे लाइफ देते

है ताकि वो स्क्रीन पर मूव करते दिखाई दे |

यह बिलकुल आसान हो जाता है किसी बात या स्टोरी को समझाने के लिए जैसे अगर किसी

बच्चे को ब्लैकबोर्ड पर समझाया जाये और उसी बात को एनीमेशन के द्वारा बताया जाये

तो एनीमेशन के द्वारा बताये गए बात को वो जल्दी और आसानी से समझ सकेंगे

| एनीमेशन कि प्रक्रिया बिलकुल आसानी से और जल्दी किसी को समझ में आ

जाती है क्यूंकि जब हम कुछ सोचते है तो वो हमारे  दिमाग एक इमेजिनेशन

इमेज दिखाई देता है जिसे हम अपने मन कि आँखों से देख पाते है और

एनीमेशन भी कुछ इसी  तरह से काम करता है जिससे हम चीजों के बारे में अच्छे से

जल्दी समझ पाते है जिस कारण आजकल एनीमेशन कि मांग बढ़ी जा रही है और ये

भविष्य में और मांग बढती ही जाएगी|

यह भी पढ़े : e रूपी वाउचर क्या है ?

Animation Course kaise kare? हिंदी में पूरी जानकारी

अगर आप कंप्यूटर की जानकारी रखते है और आप कुछ क्रिएटिव सोच पाते है तो आप इस क्षेत्र में अपना करियर भी बना सकते है | और जैसा कि आपको पता है आजकल एनीमेशन का उपयोग हर क्षेत्र में किया जा रहा है वो कोई ऐड हो या कार्टून विडियो हो या मूवीज हो या ने सोशल मीडिया में हो  सभी जगह एनीमेशन का इस्तेमाल किया जा रहा है |

आज कि इस तकनिकी दुनिया में एनीमेशन का ज्यादा उपयोग होने से इस क्षेत्र में नौकरियों के अपार अवसर बढ़ते जा रहे है और लोग अपनी रूचि और क्षमता के अनुसार इस क्षेत्र में अपना करियर बना रहे है |A

बहुत सी कंपनिया एनिमेटर को नियुक्त करती है और अच्छे सैलरी पे वे काम करते है आप भी इन एनीमेशन कोर्स को करके अपना एक अच्छा भविष्य बना सकते है | एनीमेशन के इस्तेमाल से आप किसी भी इमेज को एक साथ एक सीक्वेंस में लाकर काम्प्लेक्स चीजों को आसान चित्रों में प्रस्तुत कर सकते है और इसे अधिक रोचक बना सकते है | और इस प्रक्रिया को एनीमेशन कहते है |

एनीमेशन कोर्स के लिए योग्यता क्या है?

एनीमेशन कोर्स कितने साल का होता है – Animation Course Kitne Saal Ka Hota Hai

वैसे तो एनीमेशन कोर्स के कई प्रकार है लेकिन यह मुख्य रूप से दो प्रकार के होते है |एनीमेशन का कोर्स कितने साल का होता है ? दो तरह के कोर्स है जिसे आप करके अपना अच्छा करियर बना सकते है | पहला डिप्लोमा और दूसरा है डिग्री, अगर बात करे डिप्लोमा कोर्स की तो यह एक साल का होता है|

और बात करे डिग्री कोर्स की तो यह तीन साल का होता है| इसके अलावा कुछ सर्टिफिकेट कोर्स भी होते है जो लगभग तीन महीने या फिर छह महीने का होता है, जिसे आप किसी अच्छे इंस्टिट्यूट से कर सकते है | तो चलिए अब जानते है कि Animation Course Kaise Sikhe in Hindi एनीमेशन कोर्स की क्या योग्यता होनी चाहिए?

जैसा कि आप जानते है कि एनीमेशन के लिए मुखयतः दो कोर्स है तो अब जानते है कि डिग्री कोर्स के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए जानते है :

एनीमेशन कोर्स के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यता

  • अभ्यर्थी को 12th पास होना जरूरी है.
  • 12th (+2) 45% या उससे अधिक अंको के साथ पास होना जरूरी है.
  • आजकल कुछ विश्वविद्यालय एनीमेशन कोर्स में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन होता है जिसे आप देकर नामांकन पा सकते है |
  • परीक्षा फॉर्म भरते समय आपको बहुत सरे विकल्प दिए जाते है जिसमे आप एडमिशन ले सकते है |

Animation Diploma Course के लिए योग्यता चाहिए ?

  • अभ्यर्थी को 10th Class पास होना जरूरी  है.
  • अभ्यर्थी को  10 th में 45% या उससे अधिक अंको के साथ पास  होना जरूरी है.
  • इस कोर्स कि अधिक डिमांड होने के कारण कुछ कॉलेज Animation Course Kaise Sikhe in Hindi इसके लिए कम्पटीशन एग्जाम भी लेते है जिसमे आप अप्लाई करके एडमिशन ले सकते है |
  • एनीमेशन डिप्लोमा कोर्स करने के लिए बहुत सारे विकल्प मिलेंगे जिसे  आप अपने रूचि के अनुसार चुन सकते हैं.

एनीमेशन कोर्स के फायदे क्या है ? what is the benifits of animation course :

1:-  एनीमेशन के प्रयोग करने से viewers को अधिक अच्छी तरह समझ पाते है.

2:- एनीमेशन को देखने में अच्छा लगता है और यह काफी रोचक बन जाता है |

3:- किसी भी पढाई से सम्बंधित खेल और quiz के द्वारा छात्र  अच्छी तरह से सीख   पाते है.

4:- आप एनीमेशन कोर्स सीखकर अपना एक बिज़नस शुरू कर सकते है और लोगो को सर्विस दे सकते है |

Animation कोर्स करने के बाद क्या कार्य कर सकते हैं?

एनिमेशन कोर्स करने के बाद एक एनिमेटर पहले जूनियर

एनिमेटर के पोस्ट पर काम करता है तब उसे लगभग Rs 13000 से Rs 20000 के आसपास सैलरी मिल

जाती है वह कंपनी पर निर्भर करता है, और जब आप इस काम को करते करते आगे बढ़ते हो तो लगभग एक

साल बाद एक अच्छी एक्सपीरियंस भी बन जाती है जो आपकी योग्यता को और भी निपुण बनाती है |

Animators कितना कमाते है?

Animators कितना कमाते है?

Animation Course Kaise Sikhe in Hindi बाद में यह सैलरी बढ़कर लगभग Rs 30,000 से

Rs 40,000  तक बहुत ही आसानी से मिल जाती है| दो से तीन सालों के अनुभव के बाद अपना

खुद का बिजनेस भी स्टार्ट कर सकते हैं और अन्य लोगों को अपनी सर्विस प्रदान कर सकते हैं

जिससे आप और भी ज्यादा कमाई कर सकते है |

एनिमेशन कोर्स में क्या-क्या होता है ?

आजकल एनीमेशन के बहुत से  अलग- अलग प्रकार  मिल जाएंगे लेकिन हम आपको

कुछ जो ज्यादा महत्वपूर्ण है उन सभी प्रकारों को बताने वाले हैं |

  • Traditional Cel Animation या draw Animation,
  • Computer animation,
  • Motion Graphics (typography, Animation logo),
  • Stop motion animation ( claymation, Cut-out).

एनीमेशन कितने प्रकार के होते है ?

एनीमेशन मुख्य रूप से 5 प्रकार के होते है – Celluloid, दो – आयामी (2D), त्रि -आयामी (3D), motion & stop motion animation

what is key frame in hindi | Keyframe क्या होता है ?

keyframe term को इस तरह से समझा जा सकता है कि जब हम किसी भी एनीमेशन कि प्रक्रिया में होने

वाले बदलाव या उसे ठीक करते है या इसे आप दुसरे शब्दों में समझे तो अगर हम कोई ऑब्जेक्ट को मूव

करने का विडियो बना रहे होते है तो इसमें बहुत सारे छोटे छोटे शोर्ट इंटरवल बनाये जाते है या डिफाइन

करते है ताकि हम विडियो में ऑब्जेक्ट के लिए सही और समझने लायक प्रोसेस कर सके |

इन सभी प्रक्रियाओं को हम के फ्रेम कहते है | हरेक frame एक keyframe होता है|

Animation Course Kaise Sikhe in Hindi

अगर कोई 3D animation को बनाता है तो वे प्रायः object की exact position को

specify नहीं करते है बल्कि वे keyframe को बनाते है|

अगर हम इसे दुसरे शब्दों में समझे तो, keyframe एक जगह होती है जहाँ एनीमेशन

में होने वाले सभी बदलावों को रखते है|Animation Course Kaise Sikhe in Hindi

Keyframe एनीमेशन करते समय बहुत ही जरूरी term होते है क्यूंकि आप किसी

ऑब्जेक्ट के आकार , दिशा , और आकृति  तथा अन्य विशेषताओं में बदलाव को store

किया जाता है | computer इन frames को हल करता है जिससे animator का बहुत अधिक समय बच जाए |

एनिमेशन के प्रकार – Animation Types in Hindi

 एनिमेटर बहुत सी एनीमेशन की तकनीकों को ढूंढा है और वे इसका उपयोग करते है |

एनीमेशन की 5 techniques सामान्यतः  होती है जिसके बारें में आगे बताया गया है:-

Traditional Animation (frame by frame)

जैसा कि आपको इसके नाम से ही पता चल रहा होगा कि यह एक परम्परागत रूप से किया

गया एनीमेशन है | इसके अंतर्गत अधिकतर एनीमेशन को हाथों के द्वारा ही पूरा किया जाता था |

जैसा कि उपर बताया गया है कि एनीमेशन बनाते समय फ्रेम्स कि बहुत अहम् भूमिका होती है |

इसमें एनीमेशन करते समय जितने भी frames होते थे सभी को हाथों से ही चित्रित किया जाता था |

चूँकि animation बनाने  के हरेक second के लिए 24 frames की आवश्यकता होती थी,

इसलिए movie को बनाने में बहुत समय लग जाता था |

Procedural प्रक्रिया

इस एनीमेशन प्रक्रिया में ऑब्जेक्ट को एक प्रोसीजर यानि प्रक्रिया से गुजरना होता है जिसका हम एनीमेशन करते है |

Animator सभी नियमों को specify करता है, जो किसी एनीमेशन को बनाने में लगता है |

इसमें कुछ गणितीय नियमो को साथ में रखकर हम एनीमेशन का निर्माण करते है |

एनीमेशन को कैसे सीखे

Behavioral Animation Course Kaise Sikhe in Hindi

जब भी हम किसी करैक्टर या ऑब्जेक्ट को मूव करते है तो यह एक एनीमेशन का निर्माण करता है |

इस प्रकार कि एनीमेशन प्रक्रिया में करैक्टर में चर्क्टेर स्वयं ही अपने करैक्टर के अनुसार एक्शन को

निर्धारित करता है ताकि character को सुधार करने की क्षमता मिल सके | और इस

Animation Course Kaise Sikhe in Hindi से एनिमेटर को करैक्टर कि हरेक

डिटेल को स्पेसिफ्य करने कि जरूरत नहीं पड़ती है जिससे उनका समय बच जाता है |

Performance based (Motion capture)

इस तकनीक में object के actions को 3D में record करते है, magnetic sensors, के द्वारा

 उसके बाद कंप्यूटर इस डाटा  का प्रयोग object को animate करने में करता है |

विडियो games में इस तकनीक का प्रयोग करैक्टर  के action को animate करने के

लिए किया जाता है | यह तकनीक बहुत ही प्रसिद्द है क्योंकि इसकी सहायता से हम इंसानों के एक्शन को बहुत ही सरल

ढंग से animate कर सकते है| लेकिन इस तकनीक में कुछ demerits भी है- जैसे

इसमें कभी कभी object के आकृति या आकार को सही ढंग से एनिमेट नहीं कर पाते है |

physically based (Dynamics)

ये भी एनीमेशन के महत्वपूर्ण तकनीको में से एक है | इसमें भौतिकी physics के नियमों का

उपयोग करके objects के मूवमेंट को बनाने के लिए किया जाता है |

इसका उपयोग अधिकतर मूवी और विडियो गेम्स में किया जाता है |

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना कि Animation course Kaise Sikhe  in Hindi

और Animation kya hai  आपने इस आर्टिकल के माध्यम से यह भी जाना कि

animation kya hai,animation kya hota hai,cartoon animation kya hai in hindi

मै उम्मीद करता हूँ कि आपको Animation course Kaise Sikhe in Hindi  के बारे में सारी जानकारी मिली होगी।
इस पोस्ट की जानकारी अपने दोस्तों को भी दे ताकि वे भी इसके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी ले सके

और Social Media पर भी यह पोस्ट ज़रुर Share करे, ताकि और भी ज्यादा लोगों के

पास यह जानकारी पहुँच सके। दोस्तों इस वेबसाइट पर टेक्नोलॉजी से रिलेटेड अन्य जानकारी

लेने के लिए विजिट करते रहे , हमारी पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद |

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